Gold Price Today: सोना भारतीय परिवारों की भावनाओं से जुड़ा हुआ धातु है। शादी, त्योहार और निवेश हर जगह इसकी अहमियत हमेशा रही है। जब सोने की कीमतें ऊपर जाती हैं तो लोगों में उत्साह बढ़ता है और जब नीचे आती हैं तो खरीदारी का मन बनता है। आज 4 सितंबर 2025 को सोने के भाव में मामूली गिरावट देखी गई है। वहीं चांदी आज स्थिर बनी हुई है।
सोने की ताजा कीमतें
बुधवार शाम सोना अपने अब तक के उच्चतम स्तर 1,07,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। लेकिन आज गुरुवार को इसमें हल्की गिरावट आई और सोना 1,06,860 रुपये पर आ गया। यानी एक दिन में लगभग 300 रुपये की कमी हुई है। 22 कैरेट सोने का भाव भी 97,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
चांदी की ताजा कीमत
आज चांदी में किसी भी तरह का उतार चढ़ाव देखने को नहीं मिला है। यह 1,27,000 रुपये प्रति किलो पर स्थिर बनी हुई है।
4 सितंबर 2025 को प्रमुख शहरों में सोने का रेट
नीचे दी गई तालिका में आज के सोने के दाम देख सकते हैं।
शहर | 22 कैरेट रुपये प्रति 10 ग्राम | 24 कैरेट रुपये प्रति 10 ग्राम
दिल्ली | 98,100 | 1,07,010
चेन्नई | 97,950 | 1,06,860
मुंबई | 97,950 | 1,06,860
कोलकाता | 97,950 | 1,06,860
जयपुर | 98,100 | 1,07,010
नोएडा | 98,100 | 1,07,010
गाजियाबाद | 98,100 | 1,07,010
लखनऊ | 98,100 | 1,07,010
बंगलुरु | 97,950 | 1,06,860
पटना | 97,950 | 1,06,860
क्यों बढ़ रहा है सोने का भाव
सोने की कीमतों में लगातार तेजी आने के पीछे कई अहम कारण हैं।
- अमेरिका की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद।
- रूस और यूक्रेन युद्ध से बने हालात।
- पश्चिम एशिया में तनाव।
- अमेरिकी नीतियों को लेकर असमंजस।
- रुपये की कमजोरी।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती कीमतें।
इन सभी कारणों ने निवेशकों का रुख सोने की ओर कर दिया है। अनिश्चित समय में सोना हमेशा सुरक्षित निवेश माना जाता है।
भारत में सोने की कीमत कैसे तय होती है
भारत में सोने का भाव सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भर नहीं करता। इसके पीछे कई और कारण भी काम करते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतें।
- आयात शुल्क और टैक्स।
- डॉलर और रुपये की विनिमय दर।
- स्थानीय मांग और सप्लाई।
इन सभी पहलुओं का सीधा असर सोने के दाम पर पड़ता है।
भारतीय संस्कृति और सोना
भारतीय समाज में सोना सिर्फ गहनों तक सीमित नहीं है। इसे निवेश और बचत का मजबूत जरिया माना जाता है। शादी ब्याह और त्योहारों में इसकी मांग अचानक बढ़ जाती है। यही वजह है कि कीमतों में उतार चढ़ाव आम लोगों पर सीधा असर डालता है।
आगे क्या हो सकता है
एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली और आने वाले त्योहारों के सीजन में सोने की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। अभी के हालात में गिरावट भले ही आई हो लेकिन लंबी अवधि में तेजी का रुख देखने को मिल सकता है।
निष्कर्ष
आज 4 सितंबर 2025 को सोने की कीमतों में हल्की गिरावट आई है जबकि चांदी स्थिर बनी हुई है। सोने की कीमतों में उतार चढ़ाव अंतरराष्ट्रीय हालात, डॉलर और रुपये की स्थिति तथा स्थानीय मांग पर निर्भर करता है। त्योहारों से पहले निवेशकों और खरीदारों को कीमतों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
डिस्क्लेमर
यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए भाव और जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। सोने चांदी में निवेश करने से पहले हमेशा किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
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