प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और उद्यमी संदीप माहेश्वरी ने अपने नए बिजनेस वेंचर, prao.com, का खुलासा किया है, जो न केवल एक स्टार्टअप है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने वाला एक राष्ट्रीय आंदोलन है। इस बिजनेस की शुरुआत एक साल पहले हुई थी, जो संदीप की पत्नी, एक इमेज कंसल्टेंट और फैशन ज्वेलरी प्रेमी, के दिमाग से निकला। आज यह बिजनेस भारत में निर्मित उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स को किफायती दामों पर ग्राहकों तक पहुँचाकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है।
शुरुआत और चुनौतियाँ
संदीप माहेश्वरी व्हाईफ न्यू बिजनेस आइडिया लगभग एक साल पहले शुरू हुआ यह बिजनेस शुरुआत में दिल्ली और मुंबई के होलसेलर्स से ज्वेलरी खरीदकर बेचा करता था। लेकिन जल्द ही टीम को पता चला कि मार्केट में उपलब्ध अधिकांश स्टाइलिश डिज़ाइन्स चाइना से आयातित हैं। इस चुनौती को दूर करने के लिए, उन्होंने पहले तो चाइना से ज्वेलरी मंगवाना शुरू किया, लेकिन फिर एक क्रांतिकारी विचार ने जन्म लिया—क्यों न सब कुछ भारत में ही बनाया जाए? यहीं से prao.com ने “100% मेड इन इंडिया” के विजन को अपनाया, जिसमें डिज़ाइनिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक सब कुछ भारत में ही होता है।
संदीप का विजन और आत्मनिर्भरता
जब prao.com ने एक लाख से अधिक संतुष्ट कस्टमर्स (customers) का आंकड़ा पार कर लिया और बिजनेस एक नए लेवल (level) पर पहुंच गया, तब संदीप की पत्नी ने उनसे इस बिजनेस में पूरी तरह से इन्वॉल्व होने का आग्रह किया। यहीं से इस बिजनेस का टर्निंग पॉइंट आया। संदीप ने इस पर गहन विचार किया कि कैसे इस बिजनेस को सिर्फ अपने या अपने परिवार के फायदे से ऊपर उठाकर, सबका फायदा सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ विजन से प्रेरित होकर, उन्होंने एक क्रांतिकारी विचार प्रस्तुत किया: 100% मेड इन इंडिया (Made in India) प्रोडक्ट्स बनाना। इसका मतलब था कि डिजाइनिंग से लेकर प्रोडक्शन तक, सब कुछ भारत में ही होगा और बाहर से
मुश्किलों से बनी नई सोच: जब सपना आसान नहीं था
यह विचार जब टीम के साथ शेयर किया गया, तो शुरुआती रिएक्शन था कि यह इतना आसान नहीं है। लेकिन संदीप माहेश्वरी के दृढ़ संकल्प और ‘करना है तो करना है’ (if it has to be done, it will be done) के सिद्धांत ने इस चुनौती को स्वीकार किया। उनका लक्ष्य था वर्ल्ड के बेस्ट क्वालिटी प्रोडक्ट्स को सबसे कम प्राइस पर उपलब्ध कराना। यह सुनने में भले ही मुश्किल लगे, लेकिन संदीप का मानना था कि अगर कोशिश की जाए तो सब कुछ आसान है।
100% मेड इन इंडिया का संकल्प: भारत से दुनिया तक
इस नए विजन के साथ, prao.com का मिशन एक ऐसी कंपनी बनाना बन गया जिसके सभी प्रोडक्ट्स भारत में बनें और पूरे वर्ल्ड में उनका उपयोग हो। इस सफर में कई मुश्किलें आईं, क्वालिटी इश्यूज और डिजाइन इश्यूज भी सामने आए, लेकिन टीम ने इन सभी बाधाओं को पार कर लिया। आज, prao के प्रोडक्ट्स 100% मेड इन इंडिया और बेस्ट क्वालिटी के है।
₹199 में बेस्ट क्वालिटी ज्वेलरी: कैसे संभव हुआ?
इस बिजनेस मॉडल की सबसे खास बात इसकी प्राइसिंग है। मार्केट में चाइना से इंपोर्ट होने वाले इसी तरह के प्रोडक्ट्स ₹1500 से ₹2000 की रेंज में बिकते हैं। लेकिन prao कारीगर से सीधे कस्टमर तक प्रोडक्ट पहुंचाकर, उन्हें सिर्फ ₹199 में उपलब्ध करा रहा है। संदीप का दावा है कि यह प्राइस पूरे वर्ल्ड की किसी भी होलसेल मार्केट में भी नहीं मिल सकता, यहां तक कि चाइना से सीधे इंपोर्ट करने पर भी प्रोडक्ट्स की कॉस्ट (cost) ₹200 से ₹300 आती है। यह ‘इंपॉसिबल मिशन’ टीम की दिन-रात की मेहनत से पॉसिबल हो पाया है।
कम दाम, ज़्यादा गुणवत्ता: हर ग्राहक को मिलेगा फायदा
कस्टमर्स के लिए इसका सीधा बेनिफिट (benefit) यह है कि वे अपनी फैमिली के लिए महंगे प्रोडक्ट्स को बहुत कम दाम में खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, जो सेट ₹1500 से ₹2000 में मिलते हैं, वे prao.com पर सिर्फ ₹199 में उपलब्ध हैं, साथ ही 3 महीने की प्लेटिंग वारंटी (plating warranty) भी मिलती है। यह क्वालिटी टॉप नॉच है और प्राइस मिनिमम है, सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि पूरे वर्ल्ड में। prao.com ने मिडिलमैन को हटाकर, मैन्युफैक्चरर से सीधे कस्टमर तक प्रोडक्ट पहुंचाने का मॉडल DTC (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) अपनाया है, जिससे मार्केट से 10 गुना कम रेट पर प्रोडक्ट्स मिल पा रहे हैं।
देशभक्ति भी, बिजनेस भी: हर खरीद से भारत को फायदा
इस बिजनेस का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जब भी कोई prao से कुछ खरीदता है, तो सिर्फ कस्टमर का ही नहीं, बल्कि देश का भी फायदा होता है। इस बिजनेस से कमाया गया एक भी रुपया भारत से बाहर नहीं जाएगा। यही कारण है कि prao.com की वेबसाइट पर ‘प्राउडली मेड इन इंडिया’ (Proudly Made in India) लिखा हुआ है। यह सपना, भारत में वर्ल्ड क्लास प्रोडक्ट्स बनाने और उन्हें पूरी दुनिया में एक्सपोर्ट करने का, तभी पूरा हो सकता है जब हम सब मिलकर काम करें। यह पहल सिर्फ भारत में रहने वालों के लिए नहीं है, बल्कि दुनिया के किसी भी कोने से लोग prao की वेबसाइट पर ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं और प्रोडक्ट्स उनके घर तक डिलीवर किए जाएंगे।
संदीप माहेश्वरी इस बिजनेस को सिर्फ प्रॉफिट के लिए नहीं देख रहे हैं, बल्कि यह एक बड़ा विजन और मिशन है। उनका लक्ष्य एक ऐसी कंपनी बनाना है जो बाकी सभी कंपनीज़ के लिए एक एग्जांपल सेट करे, यह दिखाए कि भारत दुनिया में किसी से भी पीछे नहीं है और हम जो चाहें वो कर सकते हैं, बस सोच और उसे पूरा करने का दम होना चाहिए।
किफायती कीमत, उच्च गुणवत्ता
prao का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि यहाँ मिलने वाली ज्वेलरी 100% भारत में बनी होती है। मार्केट में ₹1500-₹2000 में बिकने वाले प्रोडक्ट्स यहाँ सिर्फ ₹199 में उपलब्ध हैं। यह संभव हुआ है मिडिलमैन को हटाकर और कारीगरों से सीधे ग्राहकों तक प्रोडक्ट्स पहुँचाने के मॉडल के कारण। इसके साथ ही, ग्राहकों को 3 महीने की प्लेटिंग वारंटी भी मिलती है, जो विश्वास और गुणवत्ता का प्रतीक है। यह मॉडल न केवल ग्राहकों को फायदा पहुँचाता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है, क्योंकि कमाया गया हर एक रुपया भारत में ही रहता है।
इस मिशन से जुड़ने के चार मुख्य तरीके हैं:
prao सिर्फ एक बिजनेस नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो आपको आत्मनिर्भर भारत के मिशन से जोड़ता है। आप चार तरीकों से इस क्रांति का हिस्सा बन सकते हैं:
1.पैसा बचाएं (Save Money): ₹1500-₹2000 की ज्वेलरी सिर्फ ₹199 में खरीदें।
2.बिजनेस अपॉर्चुनिटी (Business Opportunity): यदि आप ज्वेलरी बिजनेस में हैं या शुरू करना चाहते हैं, तो आप इन प्रोडक्ट्स को अपने ब्रांड नेम (brand name) से आगे बेच सकते हैं। इस रेट पर ऐसी क्वालिटी दुनिया में कहीं नहीं मिलेगी।
3.प्रमोटर बनें (Become a Promoter): prao.com से प्रोडक्ट खरीदने के बाद, उसकी एक अनबायस्ड रिव्यू वीडियो शूट करें और उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स (Instagram, Facebook, YouTube) पर अपलोड करें। यदि किसी भी एक वीडियो पर 10,000 व्यूज (views) आते हैं, तो आपको एक स्टार प्रमोटर ट्रॉफी और ₹5000 का चेक मिलेगा।
4.ज्वेलरी डिजाइनर/कारीगर (Jewelry Designer/Artisan): यदि आप ज्वेलरी डिजाइनर या कारीगर हैं, तो आप sales@po.com पर ईमेल कर सकते हैं। यदि आपकी क्वालिटी prao.com के स्टैंडर्ड (standard) से मैच करती है, तो आपके प्रोडक्ट्स को फ्री ऑफ कॉस्ट (free of cost) शूट किया जाएगा और वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, जिससे आपके डिज़ाइन्स लाखों लोगों तक पहुंचेंगे।
यह पहल न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि दुनिया भर में भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता और क्षमता को भी प्रदर्शित करेगी।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम
prao सिर्फ एक बिजनेस मॉडल नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक आंदोलन है जो यह साबित करता है कि भारत में वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्ट्स बनाए जा सकते हैं। यह पहल न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की एक नई पहचान स्थापित कर रही है। संदीप माहेश्वरी का यह विजन दूसरों के लिए भी एक मिसाल है कि मेहनत, निष्ठा, और सही दृष्टिकोण से आत्मनिर्भर भारत का सपना हकीकत बन सकता है।
अभी prao.com से जुड़ें और इस क्रांति का हिस्सा बनें—क्योंकि यह सिर्फ ज्वेलरी नहीं, बल्कि भारत के गौरवशाली भविष्य की कहानी है!
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